Shark Tank सीजन 4 में गए गौरव तनेजा “फ्लाइंग बीस्ट ” को लगायी इस जज ने फटकार, बिज़नेस तुम्हारे बस की बात नहीं

गौरव तनेजा, जिन्हें “फ्लाइंग बीस्ट” के नाम से जाना जाता है, हाल ही में “शार्क टैंक इंडिया” के चौथे सीज़न में अपने फिटनेस ब्रांड “बीस्टलाइफ” के लिए पिच करने आए थे। इस एपिसोड में, उन्होंने ₹1 करोड़ की फंडिंग के लिए 1% इक्विटी की मांग की। हालांकि, उनकी पिच को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें प्रमुख रूप से अनूपम मित्तल का यह बयान था कि “आप एक अच्छे इन्फ्लुएंसर हैं, लेकिन एक भयानक इंटरप्रेन्योर हैं।”

अनुपम मित्तल की गौरव तनेजा को फटकार

अनूपम मित्तल, जो कि शादी डॉट कॉम के संस्थापक हैं, ने गौरव को यह सलाह दी कि इंटरप्रेन्योरशिप को केवल प्रभावित करने की क्षमता से नहीं चलाया जा सकता। उन्होंने कहा, “आप इंटरप्रेन्योरशिप को आउटसोर्स नहीं कर सकते।” उनका यह बयान इस बात का संकेत था कि इंटरप्रेन्योरशिप में समर्पण और ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। मित्तल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने भी शुरुआत में कई व्यवसायों में हाथ आजमाया, लेकिन अंततः उन्हें केवल एक पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लेना पड़ा।

गौरव तनेजा की पिच: सफलता और चुनौतियाँ

गौरव तनेजा ने अपनी पिच में बताया कि उनके ब्रांड ने अपनी वेबसाइट लॉन्च करने के एक घंटे के भीतर ₹1 करोड़ की बिक्री की। यह आंकड़ा सुनकर शार्क्स भी चौंक गए। हालांकि, अनूपम मित्तल ने गौरव से सवाल किया कि क्या वह अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या को व्यवसायिक संख्याओं के साथ संतुलित कर पा रहे हैं। गौरव ने स्वीकार किया कि वह इस मामले में पूरी तरह से तैयार नहीं थे।

अनूपम का यह कहना कि “आपको हर समय वहां होना चाहिए” इस बात पर जोर देता है कि इंटरप्रेन्योरशिप केवल प्रभावशाली व्यक्तित्व होने से नहीं चलती। इसके लिए गहरी सोच और समर्पण की आवश्यकता होती है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया

गौरव तनेजा की पिच और अनूपम मित्तल के कमेंट्स ने दर्शकों के बीच काफी चर्चा उत्पन्न की है। कुछ लोगों ने अनूपम के विचारों का समर्थन किया, जबकि अन्य ने गौरव की सफलता को देखते हुए उनकी आलोचना को अनुचित माना। सोशल मीडिया पर इस विषय पर बहस छिड़ गई है, जिसमें लोग यह सोच रहे हैं कि क्या एक इन्फ्लुएंसर अपने प्रभाव को व्यवसाय में सही तरीके से बदल सकता है या नहीं।

निष्कर्ष

गौरव तनेजा का “शार्क टैंक” में अनुभव इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक सफल इन्फ्लुएंसर को इंटरप्रेन्योरशिप की दुनिया में कदम रखने पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अनूपम मित्तल का बयान न केवल गौरव के लिए बल्कि सभी नए इंटरप्रेन्योर्स के लिए एक सीख है कि सफल होने के लिए केवल प्रभावशाली होना ही काफी नहीं है; इसके लिए समर्पण और ध्यान केंद्रित करना भी आवश्यक है।

इस प्रकार, “फ्लाइंग बीस्ट” की कहानी हमें यह सिखाती है कि इंटरप्रेन्योरशिप में सफलता पाने के लिए हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना होगा और अपने संसाधनों का सही उपयोग करना होगा।

Share Bhaav

मैं एक उत्साही ब्लॉगर हूं जिसे विभिन्न विषयों पर लिखने का शौक है। चाहे वह क्रिप्टोकरेंसी, फाइनेंशियल प्लानिंग, पॉप कल्चर, या रोज़मर्रा की ज़िंदगी के अनुभव हों, मैं हर विषय पर अपने विचार साझा करता हूं। मेरे लिए लेखन केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि पाठकों से जुड़ना, उन्हें प्रेरित करना और नई चीज़ों को समझने का अवसर देना है। मैं मानता हूं कि हर शब्द के पीछे एक कहानी होती है, और अपनी लेखनी के जरिए मैं उन कहानियों को जीवंत बनाने की कोशिश करता हूं।

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now